नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) की प्रमुख नेता Atishi ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वह दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गई हैं, जो अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद इस शीर्ष पद पर आसीन हुईं।
हाल ही में केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति मामले में जमानत मिली, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। आतिशी ने शपथ लेने से पहले अपने मंत्रिमंडल के साथ केजरीवाल से मुलाकात की।
आतिशी जी “खजूरी ख़ास” बोल रही थी, हमारे पार्षद जो कि मुस्लिम हैं उन्होंने मंच पर आकर कहा कि कृपया “श्री राम कॉलोनी” भी बोलिये सिर्फ़ “खजूरी ख़ास” मत बोलिए। भाजपा नफ़रत फैलती रहे उनसे इसके इलावा किसी चीज की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। याद रखना, इस बार 8 सीट भी नहीं आएगी भाजपाइयों। pic.twitter.com/z1Zj2MY55w
— Sidhant Dadhwal (@SidhantDadhwal) September 21, 2024
साधारण शपथ ग्रहण समारोह
शपथ ग्रहण समारोह एक साधारण आयोजन रहा। Atishi ने भावुक होकर कहा, “यह मेरे लिए भावुक क्षण है क्योंकि अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने दिल्ली के लोगों के लिए जो काम किए, वह अविस्मरणीय हैं।” उन्होंने ये भी जोड़ा कि भाजपा की किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
आतिशी ने आश्वासन दिया कि सरकार जन कल्याण की योजनाओं को प्राथमिकता से लागू करेगी।
दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में माननीय@AtishiAAPजी ने ली शपथ🔥
— Surender Hooda (मैं भी केजरीवाल) (@SurenderHo9988) September 21, 2024
अब विधानसभा चुनाव तक आतिशी जी अपने मंत्री साथियों की टीम के साथ मिलकर दिल्ली में आगे बढ़ाएंगी 'केजरीवाल की काम की राजनीति' और@ArvindKejriwalजी को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए करेंगी काम.@AAPDelhi @singharti411 pic.twitter.com/A6K7tW5hCh
मंत्रिमंडल के प्रमुख चेहरे

आतिशी के मंत्रिमंडल में सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश अहलावत को शामिल किया गया है। उनके साथ गोपाल राय, इमरान हुसैन, कैलाश गहलोत और सौरभ भारद्वाज ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
महत्वपूर्ण मोड़ पर Atishi का नेतृत्व
आतिशी का मुख्यमंत्री बनना अब पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। उन्हें अपने सीमित समय में महिला सम्मान योजना, इलेक्ट्रिक वाहन नीति 2.0 और सेवाओं की घर-घर डिलीवरी जैसी योजनाओं को लागू करना होगा।
आतिशी ने 2013 में आप से जुड़ने के बाद शिक्षा नीतियों पर महत्वपूर्ण काम किया और 2020 में कालकाजी से चुनाव जीतकर विधायक बनीं।
भविष्य की चुनौतियाँ
अब आतिशी को 26-27 सितंबर के विशेष सत्र में विधानसभा में अपने बहुमत को साबित करना है।