Chinese AI Platform DeepSeek: नमस्कार दोस्तों, कैसे हो आप सभी? आशा है कि आप सभी बहुत अच्छे होंगे। दोस्तो डीपसीक (DeepSeek), एक नया चीनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) प्लेटफॉर्म, इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। अपनी कम लागत और उच्च प्रदर्शन के कारण, यह एआई तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों ने इसे लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
यह लेख डीपसीक के उभरने, इसके उपयोग के खतरों और विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई चिंताओं पर विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
Chinese AI Platform डीपसीक (DeepSeek) की लोकप्रियता का कारण
दोस्तों डीपसीक ने हाल ही में तकनीकी क्षेत्र में तहलका मचाया है। यह प्लेटफॉर्म न केवल ChatGPT जैसे उन्नत एआई मॉडल्स के समकक्ष प्रदर्शन कर रहा है, बल्कि यह कम लागत पर उपलब्ध है।
- इसने अमेरिकी टेक शेयर बाजार से $1 ट्रिलियन की गिरावट ला दी।
- यह ब्रिटेन और अमेरिका में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला मुफ्त ऐप बन गया।
- इसके प्रदर्शन को देखकर डोनाल्ड ट्रंप ने इसे अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए “जागने की घंटी” बताया।
डीपसीक (DeepSeek) के उपयोग में संभावित खतरें
दोस्तों विशेषज्ञों का मानना है कि डीपसीक का उपयोग करते समय अत्यधिक सतर्कता बरतनी चाहिए। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रोफेसर माइकल वूलड्रिज का कहना है कि डीपसीक पर निजी और संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचना चाहिए।
डेटा सुरक्षा और चीनी सरकार की भूमिका
डीपसीक की प्राइवेसी पॉलिसी के अनुसार:
- उपयोगकर्ताओं का डेटा चीन के सर्वर पर संग्रहीत किया जाता है।
- चीन का राष्ट्रीय खुफिया कानून सभी कंपनियों और नागरिकों को खुफिया कार्यों में सहयोग करने के लिए बाध्य करता है।
इससे यह आशंका बढ़ती है कि उपयोगकर्ताओं का डेटा चीनी सरकार द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
मिसइनफॉर्मेशन और बायस
डीपसीक पर जानकारी की सटीकता को लेकर भी सवाल उठे हैं।
- उदाहरण के लिए, यह तियानमेन स्क्वायर की घटनाओं पर स्पष्ट जानकारी देने में असमर्थ है।
- जब ताइवान के बारे में पूछा गया, तो यह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की लाइन दोहराता है कि “ताइवान चीन का अभिन्न हिस्सा है।”
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विशेषज्ञों की राय
माइकल वूलड्रिज (ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय)
“डीपसीक पर लिवरपूल फुटबॉल क्लब के प्रदर्शन या रोमन साम्राज्य के इतिहास के बारे में बात करना ठीक है, लेकिन संवेदनशील जानकारी साझा करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।”
डेम वेंडी हॉल (यूएन एआई सलाहकार)
“चीनी कंपनियां सरकार के नियमों के अधीन हैं। यह मान लेना गलत नहीं होगा कि डीपसीक उपयोगकर्ताओं के डेटा को सरकार के साथ साझा कर सकता है।”
रॉस बर्ले (इंफॉर्मेशन रिसिलिएंस सेंटर)
“अगर इसे नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह प्लेटफॉर्म गलत सूचना अभियान चला सकता है, जनता का विश्वास तोड़ सकता है और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर सकता है।”
डीपसीक (DeepSeek) के तकनीकी और सामाजिक प्रभाव
ओपन-सोर्स तकनीक का उपयोग
डीपसीक एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म है, जिससे डेवलपर्स इसे अपनी जरूरतों के अनुसार संशोधित कर सकते हैं।
- यह अमेरिकी कंपनियों के वर्चस्व को चुनौती दे रहा है।
- चीन ने यह साबित कर दिया है कि वह एआई क्षेत्र में पीछे नहीं है।
गलत सूचना का खतरा
डेम वेंडी हॉल के अनुसार, डीपसीक की सबसे बड़ी समस्या मिसइनफॉर्मेशन है।
- यह प्लेटफॉर्म ऐसे डेटा पर निर्भर करता है जो बायस या पूर्वाग्रह से भरा हो सकता है।
- यह लोकतांत्रिक समाजों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।
क्या डीपसीक (DeepSeek) का उपयोग सुरक्षित है?
डीपसीक को लेकर उपयोगकर्ताओं के बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या इसका उपयोग करना सुरक्षित है।
- व्यक्तिगत और संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
- प्लेटफॉर्म पर साझा किए गए डेटा का उपयोग प्रशिक्षण और अन्य उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
- चीनी सर्वर पर डेटा संग्रहीत होने से गोपनीयता की गारंटी नहीं दी जा सकती।
निष्कर्ष
डीपसीक (DeepSeek) ने एआई के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला दी है, लेकिन इसके उपयोग के साथ जुड़े खतरों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। डेटा सुरक्षा, मिसइनफॉर्मेशन और चीनी सरकार के हस्तक्षेप से जुड़े सवाल इसे विवादों में ला रहे हैं।
इसलिए, डीपसीक का उपयोग करते समय अत्यधिक सतर्कता बरतें और संवेदनशील जानकारी साझा करने से बचें।
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