Laddus made with pig fat in the temple: नमस्कार दोस्तों, कैसे हो आप सभी? आशा है कि आप सभी बहुत अच्छे होंगे। दोस्तों हिंदुओं में प्रसाद का बहुत महत्व है और सभी हिंदू मंदिरों में प्रसाद बटता है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर तिरुपति मंदिर के लड्डू में जानवरों के चर्बी वाले तेल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर अब यह विवाद और सीएम का भाषण काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर इसको लेकर हंगामा मचा हुआ है लोगों का कहना है अगर की है बात सच निकली तो आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।
मछली के तेल में तले लड्डू
रिपोर्ट के मुताबिक तिरुपति बालाजी मंदिर से बड़ी संख्या में लड्डू प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अयोध्या पहुंचे थे भक्तों को लड्डुओं का प्रसाद भी बांटा गया था जांच में यह भी पता चला कि तत्कालीन जगनमोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में सूअर की चर्बी और मछली का तेल इस्तेमाल किया गया है
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Laddus made with pig fat in the temple: बीफ की चर्बी से बने लड्डू
तिरुपति बालाजी मंदिर मैं लड्डू के प्रसाद में सूअर की चर्बी मछली का तेल के अलावा बीफ की चर्बी का भी इस्तेमाल किया गया है। इस दावे के बाद देश के करोड़ों लोग हैरान है
जनता का क्या कहना है
लोग सोशल मीडिया में ट्वीट के द्वारा बता रहे हैं कि तिरुपति बालाजी मंदिर इंडिया का एक जाना माना मुख्य मंदिर है। यह बहुत ही गंभीर मामला है की मंदिर के प्रसाद के रूप में सूअर की चर्बी मछली के तेल और बीफ की चर्बी वाले लड्डू दिए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस घटना से भक्तों की भावनाओं को बहुत ठेस पहुंची है।
कैसे बनाए जाते हैं तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू
तिरुपति बालाजी मंदिर में यह खास तरह का लड्डू प्रसाद के रूप में मिलता है माना जाता है कि इसके बिना दर्शन अधूरे माने जाते हैं। मंदिर में ही प्रसाद बनाने का तरीका काफी अलग है। मंदिर में लड्डू निर्माण के वक्त पूरी शुद्धता का ध्यान रखा जाता है। तिरुपति मंदिर में एक लड्डू रसोई है जहां पर लड्डू तैयार किए जाते हैं। कहा जाता है कि लड्डू बनाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन 1984 के बाद से एलपिजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। माना जाता है कि लड्डू रसोई घर में रोजाना 8 लाख लड्डू का निर्माण किया जाता है। यह लड्डू का प्रसाद एक खास विधि द्वारा बनाया जाता है। इस प्रसाद को बनाने के लिए बेसन ,काजू ,किशमिश,घी, इलायची आदि को मिलाया जाता है।
तिरुपति देवस्थानम के पवित्र लड्डू में बीफ फैट और मछली के तेल की पुष्टि हुई है।
यह हिन्दू धर्म की आस्था और विश्वास के विरुद्ध जघन्यतम अपराध है और पूर्ववर्ती YSRCP की सरकार के हिन्दू विरोधी होने पुख्ता प्रमाण है।
जगन मोहन रेड्डी सरकार ने करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़… pic.twitter.com/SzNmQSfQ7K
— Vinod Tawde (@TawdeVinod) September 19, 2024
क्या कहती है रिपोर्ट
तिरुपति मंदिर के प्रसादम में मिलावट को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई है। और यह दावा किया जा रहा है कि मंदिर के प्रसादम में यानी कि लड्डू में जानवरों की चर्बी और तेल का इस्तेमाल किया गया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की ओर से 18 सितंबर को विधायक दल की मीटिंग के दौरान एक आरोप लगाया गया कि जब वाईएसआरसीपी की सरकार थी जब तिरुपति मंदिर के प्रसाद को घटिया सामानों का इस्तेमाल करके तैयार किया जाता था। उसे दौरान जानवरों की चर्बी का भी इस्तेमाल होता था मछली के तेल का भी इस्तेमाल होता था यहां तक की बीफ की चर्बी का भी इस्तेमाल होता था। यह रिपोर्ट तैयार की गई है नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की ओर से और इस रिपोर्ट में भी जो बातें लिखी गई है उनके आधार पर भी अब बीजेपी के तमाम नेता और साथ ही साथ चंद्रबाबू नायडू की पार्टी दिए दावा कर रही है कि हमने जो आरोप लगाए थे वह सही है। इस रिपोर्ट में जो दावा किया गया है जो घी का सैंपल लिया गया है जो एक फैट लेवल होना चाहिए घी के अंदर उससे कई ज्यादा अलग फैट की मौजूदगी मिली है। बीजेपी के कई नेता और मंत्री वाईएसआर कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं कि हां लड्डू को बनाने में मछली के तेल का इस्तेमाल होता था।